शुभ विचार

शुभ विचार

1) जिसके पास धैर्य है, वह जो कुछ इच्छा करता है, प्राप्त कर सकता है। – फ्रैंकलिन
2) दो धर्मों का कभी भी झगड़ा नहीं होता। सब धर्मों का अधर्मो से ही झगड़ा है। –  विनोबा भावे
3) मानव के कर्म ही उसके विचारों की सर्वश्रेष्ट व्याख्या हैं। – लॉक
4) दुःख भोगने से सुख के मूल्य का ज्ञान होता है। – शेख सादी
5) कुछ न कुछ कर बैठने को ही कर्तव्य नहीं कहा जा सकता। कोई समय ऐसा भी होता है, जब कुछ न करना ही सबसे बड़ा कर्तव्य माना जाता है। – रवीन्द्रनाथ ठाकुर

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